mercredi 3 juin 2009

भूल जाता हूँ

तुम्हारा नाम लिख लिख कर मिटाना भूल जाता हूँ
तुम्हें जब याद करता हूँ , भुलाना भूल जाता हूँ
बहुत सी ऐसी बातें हैं जो मेरे दिल में रहती हैं
मगर जब तुम से मिलता हूँ , सुनाना भूल जाता हूँ
तुम्हारे बाद अब हर पल बड़ी मुश्किल से कटता है
मै अक्सर तुम को खुवाबों में , बताना भूल जाता हूँ
मै हर शाम कहता हूँ तुम को भूल जाऊँगा
मगर जब सुबह होती है , इरादा भूल जाता हूँ

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